Cow Dung Therapy: देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है. कोरोना के हर दिन 34 लाख नए मामले सामने आ रहे हैं. इन सबके बीच कोरोना से बचाव के लिए लोग तरहतरह के नुस्खों का सहारा ले रहे हैं. सरकार की तरफ से बारबार हिदायत दी जाती है कि सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर भरोसा न करें.
PIB Fact Check की तरफ से भी इसे लेकर कई बार आगाह किया जा चुका है. इन सबके बीच Gujarat में डाक्टरों ने Coronavirus के खिलाफ तथाकथित गाय के गोबर से उपचार के खिलाफ चेतावनी जारी की है. डाक्टरों ने कहा कि शरीर पर गाय के गोबर का लेप लगाने से कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा नहीं मिलेगी बल्कि इससे म्यूकोरमाइकोसिस समेत दूसरी तरह के संक्रमण हो सकते हैं.
डॉक्टर हालांकि इसे प्रभावी नहीं मानते हैं. गांधीनगर स्थित भारतीय जन स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक डॉ. दिलीप मावलंकर ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह उपचार क्या वास्तव में लोगों की मदद करेगा? मेरे सामने अब तक ऐसा कोई शोध नहीं आया है जिससे यह संकेत मिले कि शरीर पर गोबर लगाने से कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी.”
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की महिला शाखा की अध्यक्ष और शहर की एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मोना देसाई ने इस उपचार को “पाखंड और अप्रमाणित” बताया. उन्होंने कहा, “उपयोगी साबित होने के बजाए गाय के गोबर से आपको म्यूकोरमाइकोसिस समेत दूसरे संक्रमण हो सकते हैं.”